Masters Your Emotions Book in Hindi PDF Download

आज की पोस्ट में हम आपको Masters your emotions book in Hindi PDF download कराने जा रहे हैं, जिसे आप पोस्ट में दिए गए डाउनलोड बटन की मदद से आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। 
Masters your emotions book in Hindi PDF download

 Master Your Emotions PDF Book by Thibaut Meurisse

Name of Book  -  Master Your Emotions
Author  -  Thibaut Meurisse
PDF Size  -  1.2 MB
No of Pages  -  234
Language  -  English

Masters Your Emotions Book in Hindi PDF Download 

दोस्तों हमारे जीवन में कुछ परिस्थितियां ऐसी आती है, जीस दौरान हम अपनी भावनाओ पर नियंत्रण नहीं रख पाते है। भावनाओ से निपटारा जीवन के सबसे मुश्किल कार्यो में से एक है। भावनाएं क्या है, इसका व्यापक दृष्टिकोण क्या है,इनकी क्या भूमिका होती है ये कहाँ से उत्पन्न होती है और ये हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करती है।

यह तो हम सभी जानते हैं कि इंसानों के विचार नकारात्मक और सकारात्मक होते हैं, अब, जैसा कि लेखक कहते हैं, आप अपने विचारों को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, लेकिन आप यह नियंत्रित कर सकते हैं कि क्या देखना है और क्या नहीं।

यदि आप जानना चाहते हैं कि भावनाएं कैसे काम करती हैं और सीखना चाहते हैं कि नकारात्मक भावनाओं को सकारात्मक भावनाओं में कैसे बदलना है और आप उन्हें अपने व्यक्तिगत विकास के लिए एक उपकरण के रूप में कैसे उपयोग कर सकते हैं तो यह पुस्तक आपके लिए है। 
So let’s explore the book together - तो आइए मिलकर पुस्तक का अन्वेषण करें

Masters your emotions book in Hindi PDF download

Master Your Emotions Book Summary in Hindi 

मैं आपके बारे में नहीं जानता लेकिन मैंने डर और प्यार के कारण बहुत सारे निर्णय लिए हैं, काश यह किताब मै पहले पढ़ पाता अरे लेकिन, प्रत्येक निर्णय ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है, ऐसा लगता है, गलतियां करना ठीक है और उन्हें दोहराना भी क्यों कि बार-बार वही नहीं होता जो पहले हुआ था तो गलतियों से न घबराये 

क्यों कि प्रत्येक विफलता आपको कुछ न कुछ सिखाएगी, आपको बस उससे सीखना होगा और आगे बढ़ते रहना होगा, यही आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है अन्यथा आप एक ही क्षेत्र में फंस कर रह जाएंगे और बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा।

वैसे Masters Your Emotions पुस्तक को 4 भागों में विभाजित किया गया है;

भाग 1: इसमें आप सीखेंगे कि आप नकारात्मकता पर ध्यान क्यों केंद्रित करते हैं और इस प्रभाव का मुकाबला करने के लिए आप क्या कर सकते हैं। आपको यह भी पता चलेगा कि आपकी मान्यताएँ आपकी भावनाओं पर कैसे प्रभाव डालती हैं। अंततः, आप सीखेंगे कि नकारात्मक भावनाएँ कैसे काम करती हैं और वे इतनी पेचीदा क्यों हैं।
भाग 2: आप समझेंगे कि आपके विचार, आपका ,शरीर आपके शब्द या आपकी नींद आपके जीवन में क्या भूमिका निभाते हैं और आप अपनी भावनाओं को बदलने के लिए उनका उपयोग कैसे कर सकते हैं।
भाग 3: आप यह भी सीखेंगे कि अपने दिमाग को अधिक सकारात्मक भावनाओं का अनुभव करने के लिए कैसे तैयार किया जा सकता है।
भाग 4: आप सीखेंगे कि आप भय या अवसाद जैसी भावनाओं का अनुभव क्यों करते हैं और वे कैसे काम करते हैं। फिर आप जानेंगे कि बढ़ने के लिए उनका उपयोग कैसे करें।
मैं अपना वादा निभा रहा हूं, यह थिबाउट मेउरिस द्वारा लिखित मास्टर योर इमोशन्स की मिनी-ईबुक है। तो अभी इसे डाउनलोड करें और जहाँ चाहें मुफ़्त में पढ़ें। 

डर जो आपको अनुभव हो सकता है

Masters your emotions book in Hindi PDF download

प्रकृति का नियम है: चीज़ें या तो बढ़ती हैं या मर जाती हैं। यही बात इंसानों पर भी लागू होती है। जब इंसान अपने आराम क्षेत्र से आगे नहीं बढ़ता, तो वह अंदर ही अंदर मरने लगता है। ऐसा अपने साथ न होने दें.

जैसा कि बेंजामिन फ्रैंकलिन ने कहा, "कुछ लोग पच्चीस साल की उम्र में मर जाते हैं और उन्हें पचहत्तर साल की उम्र तक दफनाया नहीं जाता।"

Fear of rejection - अस्वीकृति का डर 

आप अस्वीकार किये जाने से डरते हैं। यह किसी विशिष्ट समूह की ओर से शारीरिक अस्वीकृति हो सकती है, लेकिन यह आम तौर पर अधिक सूक्ष्म होती है। उदाहरण के लिए, आप इससे डर सकते हैं:
  1. कोई टिप्पणी करने से लोग अस्वीकृत हो सकते हैं
  2. किसी से बाहर जाने के लिए पूछना और मना कर दिया जाना,
  3. या अपना काम साझा करना और उसके लिए आलोचना झेलना।
  4. आप, भय के बारे में बात करते हैं;

 Fear of failure - असफलता का डर

आप असफल होने से डरते हैं। यह आमतौर पर पर्याप्त रूप से अच्छा न हो पाने के गहरे डर से आता है। आप उपहास होने से डरते हैं और मानते हैं कि असफलता आपके आत्म-सम्मान को कमजोर कर देगी।

यदि आप कुछ प्रयास ही नहीं करेंगे तो नई चीजें कैसे सीखेंगे? असफलता कोई झटका नहीं है, यह कुछ नया सीखने का अवसर है। इसलिए डर से मत डरो

 Fear of loss - हानि का डर

 मनुष्य को हानि से घृणा होती है, यही कारण है कि हम अक्सर लाभ प्राप्त करने की अपेक्षा हानि को रोकने के लिए अधिक प्रेरित होते हैं।

Fear of disturbing  - परेशान करने का डर 

आप लोगों को परेशान करने से डरते हैं। शायद इस विश्वास के कारण, कि आप पर्याप्त महत्वपूर्ण नहीं हैं। परिणामस्वरूप, आप स्वार्थी दिखने के डर से स्वयं की पुष्टि करने में अनिच्छुक महसूस कर सकते हैं।

मेरा मतलब है, बस बाहर जाएं, प्रश्न पूछें, लोगों से मिलें और बातचीत शुरू करें। तुम्हें कोई नहीं मारेगा, इससे बुरा और क्या हो सकता है?

बैठ जाओ और अपने मन में इसकी कल्पना करो.

Fear of success - सफलता का डर 

आप सफलता से डरते हैं। आपको चिंता हो सकती है कि आप अपने कंधों पर अतिरिक्त दबाव के कारण इसे बरकरार नहीं रख पाएंगे।

NOTE - Master Your Emotions Hindi PDF Free Download करने का लिंक निचे दिया गया है जिसपर लिंक कर आप इसे Download कर सकते हैं।

Master Your Emotions Book का उपयोग कैसे करें ?

लेखक कहते हैं कि Master Your Emotions Book को एक बार पूरा जरूर पढ़ना चाहिए। इसके बाद आप इस पुस्तक के प्रमुख अनुभागों पर नजर डाल सकते है। लेखक ने इस पुस्तक में कई अभ्यासों को भी शामिल किया है।

लेखक के अनुसार इस book को पूरा पढ़ने के बाद इस पुस्तक में बताई गयी उन मुख्य अवधारणाओं को अपने जीवन में आत्मसात कर सकते है।

क्या आपने कभी सोचा है की भावनाएं क्या होती है और इनका मुख्य उद्देश्य क्या होता है। भावनाएं बहुत ही जटिल होती है। भावनाओ पर काबू पाने के लिए हमारी समझ का गहरा होना आवश्यक है। सामान्यतः भावनाये ही हमारे जीवन का मुख्य आधार होती है। इस संसार में प्रत्येक व्यक्ति भावनाओ से ही संचालित होता है।

मुख्य रूप से खुशी, संतोष, क्रोध-क्षमा, प्रेम-घृणा इत्यादि हमारी भावनाएं ही हैं। लेकिन इन सभी भावनाओ में से हम किस प्रकार की भावनाएं अपने अंदर आत्मसात करते है, यह पूर्णरुप से हमारे ऊपर ही निर्भर रहता है। तुलसीदास जी कहते है कि "जिसकी जैसी भावना होती है, वह वैसी ही मूरत देखता है"

अर्थात किसी व्यक्ति की भावनाओ में यदि भगवान है, तो पत्थर भी उनके लिए मूरत है और वही दूसरी तरफ किसी के लिए मूर्ति भी केवल पत्थर का टुकड़ा ही है। हमारे अंदर की पवित्र भावना हमारे जीवन के उज्वल होने का मार्ग ढूढ़ता है। यदि हमारे अंदर नकारात्मक भावनाएं समाहित है, तो यह हमे जीवन में कभी भी आगे बढने नहीं देती है।

यदि हम दुसरो के बारे में अच्छा सोचते है, उनके प्रति अच्छी भावना रखते हैं, तो यह सम्भव है कि वह व्यक्ति भी हमारे बारे में अच्छा सोचें। इसके विपरीत अगर हम उस व्यक्ति के बारे में बुरा सोचेंगे, बुरी भावना रखेंगे तो स्वाभाविक है कि वह भी हमारे बारे में बुरा ही सोचेगा।

भावनाओं (Emotions) का हमारे जीवन में महत्व

भावनाएं हमारे जीवन में अत्यधित महत्व रखती है। जीवन के प्रत्येक फैसले हमारे विचारो और भावनाओं के रास्ते से ही होकर गुजरती है। किसी भी निर्णय को लेते वक्त हमें यह अहसास होता है की हमारे द्वारा लिए गए फैसले हमारे तर्क पर आधारित होते है, लेकिन ऐसा नहीं होता 
सामान्यतः हमारे द्वारा लिया गया कोई भी निर्णय पुरी तरह से हमारी भावनाओ पर आधारित होता है। हमारी भावना ही निर्धारित करती है की हमारे जीवन का कौन-सा कदम उचित है और कौन-सा गलत। 

Importance of Emotions of Patience - सब्र की भावना का महत्त्व 

आज के समय में सभी को कोई भी चीज तुरन्त चाहिए होती है उनके लिए वे जरा भी सब्र नहीं करते हैं। ऐसे में सब्र की भावना का होना अति आवश्यक है। जीवन में सब्र की भावना को विकसित करने लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्नलिखित है।
  • किसी भी कार्य को करने में लगने वाले समय का भरपूर आनंद ले।
  • अपने अन्दर से सफल होने की क्षमता विकसित करें ।
  • एक बार में एक ही काम को पूरी शिद्दत से करें ।
  • असफलता के डर की भावना को नियंत्रित करें।
  •  स्पष्ट उद्देश्यों की भावना को अपने अन्दर विकसित करें ।

Master Your Emotional PDF कैसे Download करें?

यदि आप Masters your emotions book in Hindi PDF download करना चाहते है तो नीचे दिये गये Download बटन पर क्लिक करके आसानी से Masters your emotions book in Hindi PDF free download कर सकते हैं।

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FAQs:- How To Control Your Emotions Book PDF in Hindi

अपनी भावनाओं में महारत हासिल करने के लिए पहला कदम क्या है?

अपनी भावनाओ में महारत के लिए आपका पहला कदम यह है की आप पहले अपने अंदर समाहित भावनाओं को पहचाने तथा आप वास्तव में क्या महसूस कर रहे हैं, इसे जानें।

कौन सी भावनाएँ सबसे पहले विकसित होती हैं?

खुशी और नाराजगी ऐसी दो भावनाएं है, जो मनुष्य के जन्म के बाद उसके शिशु काल में लगभग 6 महीने की समय अवधि के भीतर ही विकसित हो जाती है।

मैं अपनी भावनाओं पर काबू पाना कैसे सीखूं?

आइए कुछ प्रभावशाली रणनीतियों पर नजर डालें जो भावनाओं को स्वस्थ और सहायक तरीके से प्रबंधित करने में मदद कर सकती हैं।
  • triggers को पहचानें और कम करें। ....
  • उस कहानी पर विचार करें जो आप स्वयं बता रहे हैं। ....
  • शारीरिक लक्षणों पर ध्यान दें. ....
  • अपनी प्रतिक्रिया कैसे देनी है इसके बारे में चुनाव करें। ....
  • सकारात्मक भावनाओं की तलाश करें. ....
  • सकारात्मक आत्म-चर्चा में संलग्न रहें। ....
  • किसी चिकित्सक की तलाश करें.

अपने इमोशन को कैसे कंट्रोल करें?

इमोशंस को कंट्रोल करने में होती है कठिनाई, तो फॉलो करें ये 5 टिप्स
  • दर्द बयां करे कई बार कई चीजें ऐसी होती है, जो हमारे कंट्रोल में नहीं होती है। ....
  • खुद को समय दे ....
  • मेडिटेशन करे ....
  • इमोशंस कंट्रोल करने के लिए गहरी सांस लें जी हां, कई बार किसी बात पर इतना तेज गुस्सा आता है कि इमोशंस कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। ....
  • चीजों को नजरअंदाज करना सीखें ....

How many pages is master your emotions?

234 pages.

Conclusion :-

इस पोस्ट में हमने आपको Master Your Emotional PDF फ्री में उपलब्ध करवाया गया है। आसा करते है की Emotional Intelligence Book in Hindi Pdf Download करने में आपको किसी प्रकार की समस्या नहीं हुई होगी।

यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आयी होगी। यदि आपको Emotional Intelligence Book in Hindi PDF डाउनलोड करने मे कोई समस्या हो रही हो, तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। इस पोस्ट को अन्त तक पढ़ने के लिए धन्यवाद! 



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